SEBI ने जब्त किए कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के खाते
कार्वी पर लगभग ₹2000 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी का आरोप है
कंपनी ने अपने क्लाइंट्स के फंड को अवैध रूप से अन्य खातों में ट्रांसफर किया।
कार्वी ने अपने निवेशकों के डीमैट खातों का उपयोग अपनी निजी लाभ के लिए किया।
कार्वी के सीएमडी सी. पार्थसारथी मुख्य आरोपी माने जा रहे हैं।
यह धोखाधड़ी भारतीय शेयर बाजार के इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी में से एक है।
SEBI ने कंपनी के साथ-साथ सीएमडी के व्यक्तिगत बैंक खाते भी जब्त किए।
इस मामले में कई कानूनी लड़ाइयां अभी भी चल रही हैं।
इस घोटाले ने कई छोटे निवेशकों को आर्थिक संकट में डाल दिया।
SEBI ने प्रमोटर की संपत्तियों पर भी कार्रवाई की।